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पाकुड़ जिले में एक और कोल ब्लॉक का हुआ आगमन  अरविंदो को मिली कमान 

 

पाकुड़ जिले में एक और कोल ब्लॉक का हुआ आगमन  अरविंदो को मिली कमान 

पाकुड़ जिले में इस कोल ब्लॉक आवंटन में नियमो शर्तों का अनुपालन सुनिश्चित किए गए हैं या नहीं अभी अंधेरा मे 

झारखंड नामा/अमित कुमार दास 

पाकुड़ झारखंड अमड़ापाड़ा:– राज्य के अत्यंय पिछड़े इलाकों में सुमार पाकुड़ जिला खनिज संपदा के मामले में अपना अच्छा ओहदा रखता है। पाकुड़ जिला में पत्थर उद्योग के साथ ही जिला के अमड़ापाड़ा प्रखण्ड में दो कोल ब्लॉक संचालित है। सरकार के द्वारा खुला निविदा के माध्यम से दक्षिण भारत की अरबिंदो कम्पनी ने उड़मा पहाड़ी कोल ब्लॉक को हासिल किया है। उड़मा पहाड़ी कोल परियोजना का करीब 1324 एकड़ भूमि क्षेत्र अमड़ापाड़ा प्रखण्ड में ही आता है। इस परियोजना के दायरे में आने वाले अधिकांश लोगों का ये मानना है कि इस परियोजना के शुरू हो जाने से यहाँ के स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा। आमतौर पर इस क्षेत्र के लोग रोजगार के लिए अन्य राज्यों की ओर प्लान करते हैं। लेकिन उड़मा पहाड़ी कोल परियोजना के शुरू हो जाने से हम रोजगार से वंचित नहीं रहेंगे। इसके लिए स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों के द्वारा भी भरोसा दिलाया गया है। लेकिन कई ऐसे तत्व हैं जो चाहते हैं कि कोल परियोजना प्रारंभ न हो। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि वैसे लोग जो सिर्फ विकास में बाधा पहुंचाने में रुचि रखते हैं वैसे लोगों के द्वारा बिना किसी कारण के परियोजना को क्षति पहुंचाने की साजिश की जा रही है। रैयतों को डराने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि हमारा यह मानना है कि औरतों के साथ सामंजस स्थापित कर कोल परियोजना को प्रारंभ किया जाए। ग्रामीणों ने डीसी, एसपी सहित स्थानीय प्रशासन को आवेदन देकर कोल परियोजना को प्रारंभ कराने एवं गतिरोध पैदा करने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग की है। रोजगार के लिए यहां-वहां भटकने से बेहतर है कि हमें हमारे क्षेत्र में ही काम मिले। इससे पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी सही तरीके से निभाने में मदद मिलेगा।

इतने जमीन पर होगा उत्खनन कार्य:-* जानकारी के अनुसार उड़मा पहाड़ी कोल ब्लॉक परियोजना में सिर्फ अमड़ापाड़ा क्षेत्र में 1324 एकड़ भूमि में उत्खनन कार्य होगा। इसमें करीब 826.926 एकड़ रैयती जमीन और 457.14 वन और खास जमीन शामिल है। उत्खनन कार्य शुरू करने से पहले कोर बोरिंग किया जाना है ताकि भूगर्भ में कोयला के मात्रा और परत की सही जानकारी मिल सके।

 

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Author: Jharkhand Nama

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