पाकुड़ ज़िलें मे अवैध खनन करने वाले सफ़ेद पोश राजनेता की जांच अब तक क्यों नहीं
पाकुड़ ज़िलें मे लीज़ से बाहर खनन करने वाले की अब तक पहचान क्यों नहीं
पाकुड़ ज़िलें मे विशनपुर मे कालिदास पुर और कई क्षेत्र मे अपनी राजनीतिक पहुंच और पैरवी पर अवैध खनन करने वाले के बिरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं
झारखंड नामा /पाकुड़ ज़िलें मे अवैध खनन का परचम लहराने वाले हो या नगरपारिषद के द्वारा आमंत्रित निविदा मे सड़क निर्माण योजनाओं की बात हो या गव्य विभाग या पाकुड़ जिला के पशुपालन विभाग की गाथा हो इस गाथा को भुला कर कई राजनीतिक दलो के प्रमुख अब तीखे बार पर कर गुजरने की ख्वाहिश पाले नज़र आ रहे है पाकुड़ ज़िलें मे करीव 85तालाबों का अतिक्रमण हुआ है और इस मामलो को बृहत पैमाने पर प्रकाशित किया गया है इस तालाबों पर अपना कब्ज़ा और अधिकार सत्ता पक्ष और बिपक्ष के कई बड़े दबंग और अपने को सत्ता धारी दल का बड़ा नेता और बिपक्ष दल का बड़ा नेता समझ और जानकर ने जरुर किया है इस मामले पर पाकुड़ ज़िलें के सामजिक कार्यकर्ता ने जब उपायुक्त को 85तालाबों की अस्तित्व को नस्ट होने से बचाने की शिकायत उपायुक्त पाकुड़ से की थी इस जांच और अपने अस्तित्व की मिटने से बचाने के लिए पाकुड़ के राजनीतिक गुरु और कई बिकाऊ और बसूली बाज़ पतलकार अपना दुम हिलाते हुए पाकुड़ ज़िलें के अवैध कृत्य और अपने कु कृत्यो को उजागर होने के पूर्व साजिश रचने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी है पाकुड़ ज़िलें के एक वरिष्ठ अधिकारी इस अवैध खेल मे करीव 5करोड़ से ज्यादा की अवैध कमाई पाकुड़ के खनन क्षेत्रों से अर्जित की है जिसकी खुलासा जल्द की जाएगी और इनके साथ साथ कई पतलकार जो अपने को तीस मार्का समझते है बड़े ही चतुराई से लाखो की बसूली प्रदुषण प्रमाण पत्र, और लीज़ आवंटित के नाम से लाखो लाखो की वसूली को अंजाम देने के बाद उक्त पतलकार अब समझ रहे है की उनकी चतुराई और ज़िलें मे बैठे उक्त अधिकारी की चतुराई समझ नहीं आ रही है आखिर पाकुड़ ज़िलें मे विशन पुर कालिदास पुर और अन्य स्थानों पर जमकर अवैध खनन और राजस्व की लूट को अंजाम देने वाले की अव खैर नहीं है किसी दल या राजनीतिक दल का खास और ब्रांड का क्यों ना हो उसके आय और व्यय की भी हिसाब किताब की जरुतत पड़ेगी