अवैध रूप से अर्जित 35 करोड़ रुपया किसी पावरफुल व्यक्ति का है, सघन जांच का विषय है:आलमगीर आलम आजसू जिला अध्यक्ष
पाकुड़ ज़िलें मे मंत्री के कई सहयोगी आज के दिन है करोड़ों के है मालिक कही लीज़ तो कही सड़क का टेंडर तो कही ट्रांसफर और पोस्टिंग के कार्य मे है शामिल
झारखंड नामा /अमित कुमार दास /पाकुड़: झारखंड राज्य का गठन किस उद्देश्य के लिए हुआ। जंगलों और खनिज संपदाओं से भरा इस सुंदर झारखंड अलग राज्य के लिए कितनी लड़ाइयां लड़ी गई और कितनी संघर्ष किए गए यह सर विदित है आजसू जिला अध्यक्ष आलमगीर आलम ने कहा कि इस राज्य का गठन में आजसू की भी अहम भूमिका रही है। जाहिर है कि इस राज्य का गठन बहुमुखी विकास और यहां की लोगों की समृद्धि एवं एवं उनके जीवन स्तर उठाने के लिए किया गया था। आलमगीर आलम ने कहा कि लेकिन झारखंड में हो क्या रहा है, केवल लूट का खसोट और धन संग्रह। झारखंड वासियों के सपने चकनाचूर हो रहे हैं इस क्षेत्र के लोग रोजगार के लिए रोजाना यहां से पलायन कर रहे हैं।कांग्रेस झामुमो गठबंधन की सरकार में इन नेताओं द्वारा मोहरा बना कर धन संग्रह करने का होड़ मचा हुआ है। वीते दिन सोमवार को ईडी द्वारा झारखंड ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का पी एस संजीव लाल एवं नोकर जहांगीर आलम के यहां ईडी दे द्वारा छापा पड़ा और भारी मात्रा में लगभग 35 करोड़ रुपया एवं सोना का जेवरात भी बरामद हुई।यह मोटी रकम जाहिर है कि मामूली नोकर का नहीं हो सकता है, निश्चय ही गलत तरीके से लूट खसोटकर जमा किया हुआ रुपया किसी पावरफुल व्यक्ति का है।झारखंड में ऐसी घटनाएं इसलिए हो रही है झारखंड राज्य के गठन के संघर्ष में अधिकतर ऐसे नेता लोग शासन में जुड़े हैं जिनका झारखंड आंदोलन के गठन में कोई भूमिका नहीं रही है इस क्रम मंत्री आलमगीर आलम राजमहल सांसद विजय हांसदा भी आते हैं, दोनों झामुमो और कांग्रेस से हैं।आजसू जिला अध्यक्ष आलमगीर आलम ने बहुत व्यथित होकर कहा कि बेशक पंछी और परिंदे आसमान में उड़ते हैं लेकिन दाना चुगने के लिए प्यास बुझाने के लिए उन्हें भी रोज जमीन पर आना पड़ता है लेकिन राजमहल लोकसभा के सांसद विजय हांसदा जी हर 5 साल के चुनाव के समय ही जमीन पर उतर कर वोट के लिए सक्रिय होते है क्या ऐसे जनता से दूर रहने वाले जेएमएम के उम्मीदवार विजय हांसदा को वोट देना चाहिए या नहीं, आप जनता को ही निर्णय लेना है।